मिल्कीपुर अयोध्या से दो बङी खबर


 मिल्कीपुर के सियासी क्षितिज पर आज भी है सेन परिवार का दबदबा

रिपोर्ट: वेद प्रकाश तिवारी

मिल्कीपुर अयोध्या। आर्य प्रयास न्यूज़ नेटवर्क।

लोकतंत्र का उत्सव शुरू होते सियासी छत्रप अपने-अपने क्षेत्रों में सक्रिय हो जाते हैं लेकिन मिल्कीपुर विधानसभा क्षेत्र की राजनीति की सियासत की चर्चा करने से पहले साढे चार दशक तक बाबूजी के नाम से मशहूर रहे मित्रसेन यादव की चर्चा किए बगैर मिल्कीपुर की सियासत का आकलन करना कतई उचित नहीं होगा सेन परिवार का मिल्कीपुर की सियासत में जो दबदबा सत्तर के दशक में बना था वह आज तक बरकरार है भले ही उनके परिवार से विधानसभा चुनाव में कोई दावेदारी मिल्कीपुर में ना हो लेकिन उनके रसूख से इनकार नहीं किया जा सकता है!

लखनऊ में सत्ता किसी की भी हो लेकिन सत्ता के गलियारों में बाबूजी के नाम से मशहूर मित्र सेन यादव जरूर होते थे 70 के दशक से लेकर आज तक शायद ही कोई ऐसा चुनाव रहा हो जब सेन परिवार की नुमाइंदगी  विधानसभा में ना रही हो समाज के वंचित वर्गों के लिए संघर्ष की सियासत के रूप में जाने जाने वाले मित्र सेन यादव अलग-अलग दलों के टिकट पर पांच बार विधायक व तीन बार सांसदनिर्वाचित हुए,मित्रसेन यादव के राजनीतिकरण कौशल का ही परिणाम रहा कि उनके अदने से कार्यकर्ता चौधरी महेंद्र प्रताप सिंह की बहू जिले की प्रथम नागरिक के रूप में पदस्थापित हुई मालती सिंह को उन्होंने अपने राजनीतिक रण कौशल से जिला पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी पर कब्जा दिलाया।

 मित्र सेन यादव ने भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के  टिकट से राजनीति की शुरुआत की और जीवन के अंतिम दिनों तक हुए विधायक के पद पर बने रहे उनके पुत्र पूर्व मंत्री आनंद सेन यादव उनकी विरासत को आगे बढ़ा रहे हैं जबकि उनके पुत्र बधुएं जिला पंचायत और ब्लाक प्रमुख के पद पर बिजय श्री प्राप्त कर चुकी है और उनके पौत्र अंकुर सेन यादव हरग्टनगंज से ब्लाक प्रमुख है  उनका गांव भिटारी पूरे जिले में हमेशा राजनीतिक कारणों से चर्चा में बना रहता है 

 मत्रसेन यादव  ने 1966 में राजनीति में प्रवेश किया और फिर कभी पीछे मुडकर नहीं देखा  भारतीय पहली बार  1974  और फिर 1985  ,1989 मे बिधायक बने 

 जीवन के अंतिम समय में विधानसभा सीट आरक्षित हो जाने के बाद मित्रसेन यादव बीकापुर से विधायक चुने गए फैजाबाद संसदीय सीट कम्युनिस्ट पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ के 1989 में उन्होंने जीत दर्ज की जिसके बाद 1998 और 2000 में भी फैजाबाद लोकसभा से निर्वाचित होकर दिल्ली पहुंचे मित्रसेन यादव का जिले में इतना राजनीतिक रसूख रहा कि रामचंद्र यादव भी उनके आशीर्वाद से विधानसभा के उपचुनाव में टिकट पर विधायक बने और तब से आज तक  लगातार विधायक बनते चले आ रहे हैं यह मित्र सेन यादव की खूबी ही थी कि वह ज्यादातर मामूली अंतर से चुनाव जीत जाते थे यहां तक कि उन्होंने रामलहर में भगवा रथ पर सवार विनय कटियार जैसे योद्धा को चुनाव में हराकर भगवा किले को ध्वस्त किया था।

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विधानसभा चुनाव की तैयारियों के बीच मिल्कीपुर में मित्र सेन यादव समर्थकों की आज भी एक बहुत बड़ी फौज है जो किसी भी प्रत्याशी को चुनाव हराने और जिताने में समर्थ है उनके इसी वोट बैंक के चलते सियासत के बड़े-बड़े सूरमा भी सेन परिवार को नजरअंदाज नहीं कर पाते हैं उनका गृह क्षेत्र हैरिंग्टनगंज आज भी उनके नाम और परिवार की आवाज के आधार पर ही वोट करने के लिए जाना जाता है।

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 तेरहवीं संस्कार में पहुंचकर दिया श्रद्धांजलि।

जनप्रतिनिधियों का लगा रहा जमावड़ा।


मिल्कीपुर/अयोध्या। आर्य प्रयास न्यूज़ नेटवर्क।मिल्कीपुर विकासखंड की ग्राम पंचायत गोठवारा के ग्राम प्रधान गजेंद्र सिंह उर्फ गुड्डू सिंह की दिवंगत पत्नी के तेरहवीं संस्कार पर जनप्रतिनिधियों का जमावड़ा लगा रहा।फैज़ाबाद बार एसोसिएशन के वरिष्ठ अधिवक्ता स्वर्गीय राम नारायण सिंह की पुत्रवधू व मौजूदा ग्राम प्रधान गुड्डू सिंह की धर्मपत्नी रंजना सिंह 40 वर्षीय की बीते दिनों हृदय गति रुकने के कारण आकस्मिक मृत्यु हो गई थी। तेरहवीं संस्कार में जनप्रतिनिधियों के साथ बड़ी संख्या में ग्रामीणों ने नम आंखों से दिवंगत रंजना सिंह को श्रद्धांजलि दिया।रविवार को आयोजित तेरहवीं कार्यक्रम में प्रमुख रूप से सांसद लल्लू सिंह, मिल्कीपुर विधायक गोरखनाथ बाबा, जिला पंचायत का चुनाव लड़ चुके आनंद विक्रम सिंह उर्फ शिशु सिंह,अमानीगंज ब्लाक प्रमुख प्रतिनिधि पवन सिंह,बीकापुर ब्लॉक प्रमुख प्रतिनिधि भूपेंद्र सिंह,क्षत्रिय बोर्डिंग अध्यक्ष अरविंद सिंह,वरिष्ठ सपा नेता छेदी सिंह,ग्राम प्रधान हैरिंग्टनगंज भोला सिंह,राज मोहन सिंह,अशोक तिवारी,अतुल सिंह,पूर्व प्रधान अरविंद सिंह गुड्डू,बंटी श्रीवास्तव,रंजीत कुमार,गुरुदयाल सिंह,लाल कुमार सिंह,व्यापारी नेता श्याम किशोर कौशल,सुशील मिश्रा,रामतीरथ रावत, जिला पंचायत सदस्य अशोक मिश्रा समेत सैकड़ों लोगों ने श्रद्धांजलि कार्यक्रम में हिस्सा लेते हुए शोक संतप्त ग्राम प्रधान को ढांढस बताते हुए उनकी दिवंगत पत्नी रंजना सिंह को भावभीनी श्रद्धांजलि दिया।

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