खेल भूखंड का : जमीन किसी की...दावा किसी का
खेल भूखंड का : जमीन किसी की...दावा किसी का !
पिछले 20 सालों से जमीन को भाड़े पर इस्तेमाल कर रहा था कबाड़ व्यवसायी
कथित कब्जेदार जांच टीम को नहीं दिखा सके जमीन से जुड़ा कोई दस्ताबेजों
विवेक मिश्र के साथ श्यामू राजपूत की रिपोर्ट।
पाली /हरदोई। आर्य प्रयास न्यूज़ नेटवर्क। पाली कस्बे में बरगद चौराहे पर एक भूखंड को कुछ लोगों द्वारा कब्जा कर लेने और उस जगह को कबाड़ व्यवसायी को भाड़े पर देने का आरोप लगाया गया हैं। शिकायतकर्ताओं का आरोप है कि इस जमीन पर फर्जीवाड़ा करके कब्जा कर लिया गया हैं। आरोप है कि कब्जेदारों द्वारा जमीन को लेकर अलग-अलग दावे किए जाते रहे। लेकिन कोई दस्ताबेज नहीं दिखा सके। फिलहाल शिकायतकर्ताओं की तहरीर के आधार पर राजस्व और पुलिस टीम ने मिलकर जांच की । कबाड़ व्यवसायी को जमीन खाली करने का अल्टीमेटम दिया गया, जिसके बाद कबाड़ व्यवसायी ने जमीन को खाली कर दिया।
पाली नगर के अब्दुल सलाम, मुस्लिम खां, सत्यप्रकाश, माया प्रकाश, कृष्ण कुमार मिश्रा आदि शिकायतकर्ताओं ने तहसील प्रशासन को दिए प्रार्थना पत्र में बताया कि भूमि गाटा संख्या 187/1 सरकारी दस्तावेज में उनके नाम शामिलहाल दर्ज हैं। लेकिन इस जमीन पर पाली नगर के ही एक कबाड़ व्यवसायी काबिज हैं। जब राजस्व और पुलिस की संयुक्त टीम ने जांच की तो कबाड़ व्यवसायी बादशाह ने पुलिस को बताया कि वह पिछले 20 सालों से इस जमीन का इस्तेमाल कर रहा हैं, बदले में 7 हजार रुपये वार्षिक मोहर्रम कमेटी के लोगों को सहयोग देता हैं, यह जमीन उसकी नहीं हैं, बकौल बादशाह यह जमीन अब्दुल सलाम आदि की हैं। इस मामले में थानाध्यक्ष इस्पेक्टर संदीप कुमार सिंह ने कबाड़ व्यवसायी बादशाह को इस जमीन को खाली करने के लिए 7 दिन का अल्टीमेटम दिया था। फिलहाल बादशाह ने निर्धारित समय के भीतर ही उस जमीन को खाली कर दिया। उधर कथित कब्जेदारों ने पुलिस व तहसील कर्मियों के सामने जमीन को लेकर अलग अलग दावे किए। लेकिन कोई दस्तावेज प्रस्तुत नहीं कर सके जो यह साबित कर सकते कि यह जमीन कब्जेदारों की हैं। वही शिकायतकर्ताओं ने अपने सभी दस्तावेजों को तहसील और पुलिस टीम के सामने प्रस्तुत कर दिए । थानाध्यक्ष इस्पेक्टर संदीप कुमार सिंह ने बताया कि मामले की जांच तहसील और पुलिस टीम कर रही है । इसके बाद असल मालिक को यह जमीन सौंप दी जाएगी।
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