भागवत कथा के अंतिम दिन कथा व्यास आलोकानन्द ने सुदामा चरित्र का किया वर्णन
भागवत कथा के अंतिम दिन कथा व्यास आलोकानन्द ने सुदामा चरित्र का किया वर्णन
रिपोर्ट:देव कुमार पांडेय
मवई अयोध्या।आर्य प्रयास न्यूज़ नेटवर्क। ग्राम हुनहुना बरतरा में आयोजित श्रीमदभागवत कथा का बुधवार को समापन हो गया। कथा के अंतिम दिन भी श्रीमद् भागवत का रसपान पाने के लिए भक्तों का सैलाब कथा स्थल पर उमड़ पड़ा। कथा प्रवक्ता पूज्य बाल आलोकानंद व्यास जी ने श्रीमद् भागवत कथा का समापन करते हुए कई कथाओं का भक्तों को श्रवण कराया जिसमें प्रभु कृष्ण के 16 हजार शादियां के प्रसंग के साथ, सुदामा प्रसंग और परीक्षित मोक्ष की कथायें सुनाई। इन कथाओं को सुनकर सभी भक्त भाव विभोर हो गए। कथा समापन के दौरान आलोकानन्द व्यास जी ने भक्तों को भागवत को अपने जीवन में उतारने की बात कही जिससे सभी लोग धर्म की ओर अग्रसर हो। कथा के अंतिम दिन सुदामा चरित्र के माध्यम से भक्तों के सामने दोस्ती की मिसाल पेश की और समाज में समानता का संदेश दिया। साथ ही भक्तो को बताया कि श्रीमद् भागवत कथा का सात दिनों तक श्रवण करने से जीव का उद्धार हो जाता है तो वहीं इसे कराने वाले भी पुण्य के भागी होते है।
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