"परिक्रमा कर रहे साधुसंतों ने चौरासी कोसी परिक्रमा मार्ग परिवर्तित न करने की मांग दोहराई"
"परिक्रमा कर रहे साधुसंतों ने चौरासी कोसी परिक्रमा मार्ग परिवर्तित न करने की मांग दोहराई"
मिल्कीपुर, अयोध्या। आर्य प्रयास न्यूज़ नेटवर्क।
अवध क्षेत्र की प्रसिद्ध 84 कोसी परिक्रमा का नेतृत्व कर रहे परिक्रमा प्रमुख सुरेंद्र सिंह के नेतृत्व में पारंपरिक परिक्रमा का जत्था शनिवार की रात आस्तीकन बाजार में स्थित श्री आस्तीक आश्रम के समीप परिषदीय विद्यालय प्रांगण में भण्डारे के बाद रात्रि विश्राम किया। रविवार सुबह अपने अगले पड़ाव स्थल के लिए रवाना हुआ और ग्राम कहुआ के महादेवन देवस्थान पर ग्रामीणों द्वारा साधुसंतों के लिए दोपहर भोजन विश्राम की व्यवस्था की गई। परिक्रमा में शामिल साधु संतों द्वारा कुछ पड़ाव स्थलों पर शासन प्रशासन द्वारा अव्यवस्था और उपेक्षा का आरोप लगाया गया है। पड़ाव स्थलों पर समुचित सुरक्षा व्यवस्था न होने की भी बात कही गई।क्षेत्र में मार्ग की उखड़ी गिट्टियां तथा गर्मी और धूप भी परिक्रमार्थियों के आस्था को नहीं डिगा सकी।
इस मौके पर ग्रामवासियों और साधु संतो ने सरकार व शासन प्रशासन से मांग की कि जो सनातन परिक्रमा मार्ग राजनीतिक कारणों से बदल कर अस्थना, कुम्भी, बिसाही, अघियारी, अघियौना चौराहा, चिरौली होते हुए जनमेजय कुंड के लिए मार्ग परिवर्तित किया गया है। वह साधुसंतों की आस्था के विपरीत है। संतों ने कहा कि परिवर्तित मार्ग 7-8 किमी लम्बा हो गया है। संतों की मांग है कि 84 कोसी परिक्रमा का पुरातन सनातन मार्ग अस्थना, कहुवा होते हुए जनमेजय कुंड जाता है। वही मार्ग बनना चाहिए।
परिक्रमा में अयोध्या के अलावा मध्य प्रदेश, दिल्ली, राजस्थान, झारखंड, बिहार, छत्तीसगढ़ सहित अन्य कई प्रदेशों के साधु संत परिक्रमार्थी हैं। यह भी बताया गया कि नेपाल के भी श्रद्धालु परिक्रमा करने आये हैं और काफी उत्साहित हैं। परिक्रमा में गया शरण महाराज, भरत दास राजस्थान, जितेंद्र जी धर्माचार्य, आदित्य सहित दक्षिण भारत को छोड़कर देश के कोने कोने से साधु संत परिक्रमा करने आए हैं। आस्तिक आश्रम पर पवन तिवारी के नेतृत्व में ग्राम प्रधान राजेंद्र प्रसाद, संतराम यादव, राजकुमार तिवारी, करुणाकर पांडे, प्रदीप सिंह, कर्मवीर सिंह, विकास सिंह, रामअवतार प्रजापति सहित दर्जनों ग्रामीणों ने भंडारे की व्यवस्था करके साधु संतों की सेवा की। वहीं कहुआ में कौशल मिश्रा, ओम प्रकाश पांडे सहित दर्जनों ग्रामीणों ने दोपहर भोजन प्रसाद की व्यवस्था करके साधु संतों की सेवा की।
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