समाज को संगठित होने की प्रेरणा देते हैं महापुरुष : उमेश


समाज को संगठित होने की प्रेरणा देते हैं महापुरुष : उमेश


मनाई गई महापदम नंद जी की 2411 वीं जयंती


गोरखपुर। आर्य प्रयास न्यूज़ नेटवर्क।ऑल इंडिया महापदम नंद कम्युनिटी एजुकेटेड एसोसिएशन जिला इकाई गोरखपुर के तत्वावधान में महापदम नंद जी की 2411वीं जयंती आज रानीडीहा दिव्य नगर स्थित गुरु गोलवलकर जी विद्यालय परिसर में मनाई गई। बतौर मुख्य अतिथि एसोसिएशन के फाउंडर मेंबर उमेश नंद ने कहा कि महापुरुषों के व्यक्तित्व व कृतित्व समाज को प्रेरणा देते हैं। उनकी जयंती समाज को संगठित होने का संदेश देता है। वरिष्ठ प्रदेश उपाध्यक्ष डॉक्टर जेपी शर्मा नंद ने कहा कि हमें महापुरुषों के इतिहास को घर घर और जन-जन तक पहुंचाना होगा तभी समाज में सामाजिक चेतना पैदा होगी। विद्यालय के संस्थापक मनिंदर चौधरी ने कहा कि जिस समाज का कोई इतिहास नहीं होता उस समाज का विकास नहीं होता। जब तक समाज अपने इतिहास को नहीं पढ़ेगा तब तक समाज का सामाजिक, राजनैतिक, आर्थिक, शैक्षणिक विकास नहीं हो सकता।

अध्यक्षता करते हुए विनय शर्मा नंद ने नंद वंश के इतिहास पर प्रकाश डालते हुए कहा कि नंदवंश प्राचीन भारत का एक राजवंश था।पुराणों में इसे महापद्मनंद कहा गया है तथा सर्वक्षत्रान्तक आदि उपाधियों से विभूषित किया गया है । 

जिसने पाँचवीं-चौथी शताब्दी ईसा पूर्व उत्तरी भारत के विशाल भाग पर शासन किया। नंदवंश की स्थापना महापद्मनंद ने की थी। भारतीय इतिहास में पहली बार एक ऐसे साम्राज्य की स्थापना हुई जो कुलीन नहीं था तथा जिसकी सीमाएं गंगा के मैदानों को लांघ गई।

महापद्मनंद ने निकटवर्ती सभी राजवंशो को जीतकर एक विशाल साम्राज्य की स्थापना की एवं केंद्रीय शासन की व्यवस्था लागू की। इसीलिए सम्राट महापदम नंद को "केंद्रीय शासन पद्धति का जनक" कहा जाता है। अतिथियों एवं आगंतुकों के प्रति जिलाध्यक्ष आरडी नंद ने आभार ज्ञापन किया। छात्रा वंशिका सचान ने स्वागत एवं राष्ट्रीय गीत की प्रस्तुति की। इससे पूर्व लोगों ने महापदम नंद जी के चित्र पर माल्यार्पण पुष्पांजलि की।

इस अवसर पर सौरभ शर्मा, चिंतामणि, अरविंद शर्मा, अमित शर्मा, रामाश्रय उर्फ भगत जी, विनोद चौधरी, डॉ डीके शर्मा, अनिरुद्ध शर्मा, बचऊ शर्मा, रामानंद, देवेंद्र शर्मा, नकछेद नंद आदि उपस्थित रहें।

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