चार धाम की यात्रा पर गए व्यवसायी की दुकानों पर दबंगों ने जड़ा ताला।
चार धाम की यात्रा पर गए व्यवसायी की दुकानों पर दबंगों ने जडा ताला।
पुलिस में शिकायत के बाद भी नहीं खुला ताला।
यात्रा से वापस आने पर परिजनों ने तोड़ा ताला
रिपोर्ट: वेद प्रकाश तिवारी
मिल्कीपुर, अयोध्या। आर्य प्रयास न्यूज़ नेटवर्क।
इनायत नगर थाना क्षेत्र के रायबरेली- अयोध्या रोड के बारुन चौराहे पर स्थित दुकानों पर दबंगों ने अवैध रूप से ताला बंद कर लिया। बताया गया कि मेडिकल स्टोर पर बंद किए गए ताले के कारण लगभग 10 दिन दुकान में ताला लगा रहा। इस बीच भूस्वामी और दुकान मालिक चार धाम की यात्रा पर गए हुए थे। उनके बच्चों द्वारा स्थानीय पुलिस में शिकायत करने के बाद भी ताला नहीं खोला जा सका। जब परिजन चार धाम की यात्रा से वापस आए तब जाकर मेडिकल स्टोर से ताला खुल सका।
बताया गया कि कोतवाली इनायतनगर के बारुन बाजार पुलिस चौकी क्षेत्र अंतर्गत ग्राम देवरिया निवासी सचिन जायसवाल ने प्रार्थना पत्र देकर साहब लाल जायसवाल द्वारा दुकान में जबरन ताला लगाकर वसूली का आरोप लगाते हुए उनके विरुद्ध दंडात्मक कार्रवाई करने की मांग की है। शिकायती प्रार्थना पत्र के अनुसार गाटा संख्या 1603 व 1599 के बैनामेदार व स्वामी सचिन जायसवाल, प्रभावती, बृजेश यादव, कृष्ण कुमार निवासी ग्राम देवरिया ने इनायत नगर थाने के दबंग साहब लाल जायसवाल पर आरोप जड़ा है कि उन्होंने रायबरेली अयोध्या रोड पर बनी दुकानों पर अवैध रूप से कब्जा करने के उद्देश्य से जब व्यवसायी परिवार सहित चारधाम की धार्मिक यात्रा पर गया था तो दुकानों में ताला जड़ दिया था। पीड़ितों ने पुलिस को प्रार्थना पत्र देकर दबंग के विरुद्ध दंडात्मक कार्रवाई की मांग की। शिकायत के एक हफ्ते बाद भी अवैध कब्जेदार के खिलाफ इनायत नगर पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। हालांकि जब व्यवसायी चारधाम यात्रा से लौटा तो दबंग द्वारा अवैध तरीके से दुकानों में जड़े गए ताले को तोड़कर अपना ताला लगा लिया। अब इस मामले में पुलिस भी हरकत में आ गई है और दोनों पक्षों को थाने में बुलाकर कार्यवाही करने की बात कह रही है। इनायतनगर इंस्पेक्टर अमरजीत सिंह ने बताया कि दोनों पक्षों को थाने बुलाया गया है।मामले की जाँच की जा रही है। दोषियों पर सख्त कार्यवाही की जाएगी। वहीं बताते चलें कि इनायत नगर पुलिस ने अपना पल्ला झाडते हुए न्याय अन्याय का नजरन्दाज करते हुए दोनों पक्षों पर शांति भंग की कार्यवाही करते हुए उपजिलाधिकारी न्यायालय भेज दिया।
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