ग्रामीणों ने लगाया जनप्रतिनिधियों पर अनदेखी का आरोप
बारिश में टापू बन जाते हैं रेवना गांव के कई मजरे
ग्रामीणों ने लगाया जनप्रतिनिधियों पर अनदेखी का आरोप।
रिपोर्ट: वेद प्रकाश तिवारी
मिल्कीपुर, अयोध्या। आर्य प्रयास न्यूज़ नेटवर्क। मिल्कीपुर तहसील क्षेत्र के रेवना गांव के कई मजरे ऐसे हैं जिसमें बारिश के समय में आवागमन काफी मुश्किल हो जाता है। गांव में कभी कोई दिक्कत या गंभीर बीमारी से ग्रसित होने पर इलाज के लिए गांव के बाहर रोड तक पहुंचने में लोगों को दिन में तारे नजर आने लगते हैं। गांव तक कोई वाहन नहीं जा सकता है। ऐसे में यहाँ के ग्रामीणों का जीवन नारकीय बना हुआ है। बारिश के दिनों में रेवना गांव के कई मजरे टापू बन जाते हैं।
लोगों का कहना है कि जब देश आजादी के 75 वर्ष पूरे होने पर अमृत महोत्सव मना रहा हो, तब गावों में आवागमन के लिए रास्ता ना होने की वजह से ग्रामीणों का जीवन दुष्वारियों से गुजर रहा हो। यह कितनी अचंभित करने वाली बात है। इस बात को लेकर ग्रामीणों में जबरदस्त गुस्सा है। बताते चलें कि यह रेवना अयोध्या-सुल्तानपुर जिले के बार्डर मिल्कीपुर विधानसभा के हैरिंग्टनगंज ब्लॉक का गांव है।
ग्रामीणों का कहना है कि रेवना गांव के बाबा गंगाराम से जगदेव का पुरवा, अंतूपुर, मंडा का पुरवा होकर सिंधौरा से मां सिंहवाहिनी को जाने वाले सम्पर्क मार्ग की हालत इतनी खराब है कि इस रोड से बिना जाँघ भर पानी में घुसे नहीं जाया जा सकता है। ग्रामवासी शिवा तिवारी ने बताया कि इस मार्ग की लंबाई 2.3 किमी है और आवागमन का रास्ता न होने से लगभग 1000 की आबादी प्रभावित हो रही है। इसी गांव के प्रेम प्रकाश व मोनू का कहना है कि इस मार्ग के निर्माण के बाबत कई बार इलाकाई सांसद लल्लू सिंह व पिछले पंचवर्षीय में मिल्कीपुर विधायक रहे गोरखनाथ बाबा तथा वर्तमान में विधायक अवधेश प्रसाद से मार्ग निर्माण को लेकर कई बार प्रार्थना की गई लेकिन हर बार केवल कोरा आश्वासन ही मिला। उन्होंने कहा कि यह मार्ग दुरुस्त ना होने की वजह से हम लोगों का जीवन नारकीय बना हुआ है। बारिश के दिनों में कभी कभी गांव में किसी के अचानक बीमार होने की स्थिति में उसे चारपाई पर लिटाकर ले जाना पड़ता है। गांव तक कोई वाहन नहीं पहुंच पाता है।
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