ऩ्यायालय के आदेश की अनदेखी पर इनायतनगर पुलिस को कप्तान ने लगाई फटकार
ऩ्यायालय के आदेश की अनदेखी पर इनायतनगर पुलिस को कप्तान ने लगाई फटकार
18 दिन बाद डकैती की घटना को चोरी में किया दर्ज
पीडित ने पुलिस पर लगाया डकैतो से साठगांठ का आरोप
रिपोर्ट: वेद प्रकाश तिवारी
मिल्कीपुर अयोध्या। आर्य प्रयास न्यूज़ नेटवर्क: कोर्ट के आदेश से लगभग 18 दिन बाद कप्तान की फटकार के बाद यादवेंद्र यादव राकेश यादव आदि के विरुद्ध पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया परंतु डकैती की घटना चोरी में दर्ज कर इनायतनगर पुलिस डकैतों का मनोबल सातवें आसमान पर चढ़ा कर अपनी पीठ स्वयं थपथपा रही है।
बताते चलें की यह कोई असत्य घटना नहीं इनायत नगर पुलिस की कार्यशैली की सच्ची कहानी है कोर्ट के आदेश पर जिस संपत्ति का संरक्षक थानाध्यक्ष स्थानीय इनायतनगर को बनाया गया उसी थानाध्यक्ष इनायतनगर रिसीवर को पुलिस के सामने संपत्ति को दिनदहाड़े लूट जाने की शिकायत बृजेश मिश्रा द्वारा किए जाने पर भी रिसीवर थानाध्यक्ष इनायतनगर ने ना तो अपना सामान वापस लाने का प्रयास किया और ना ही डकैतों के विरुद्ध कोई कानूनी कार्यवाही उठाने की जहमत ही उठाई जिससे शिकायतकर्ता को यह प्रतीत हुआ कि रिसीवर थानाध्यक्ष इनायतनगर द्वारा ही डकैतों से मिलकर सरकारी संपत्ति पर डाका डलवा दिया है पुलिस की कार्यशैली को देखते हुए बृजेश मिश्र द्वारा न्यायालय की शरण ली गई और न्यायालय ने प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए रिसीवर थानाध्यक्ष इनायतनगर को 7 दिन के भीतर अभियोग पंजीकृत कर आख्या देने को कहा गया परंतु लगभग 18 दिन बीत जाने के पश्चात भी ना तो माननीय न्यायालय के आदेश का पालन हुआ और ना ही रिसीवर थानाध्यक्ष इनायतनगर अपना लूटा हुआ सामान ला सके और ना ही दोषियों के विरुद्ध कोई कार्यवाही कर सके बृजेश मिश्र द्वारा 18 दिन बाद कप्तान महोदय के सामने पेश होकर रिसीवर थानाध्यक्ष के कारनामे बताएं और न्यायालय के आदेश की प्रति दिखाई न्यायालय के आदेश देखते ही कप्तान ने रिसीवर थानाध्यक्ष इनायतनगर को फटकार लगाई फटकार खाने के बाद रिसीवर थानाध्यक्ष ने एफ आई आर. तो दर्ज कर ली लेकिन लूट की घटना को चोरी में दर्ज कर दिया उपरोक्त घटना से साफ जाहिर है की इनायतनगर पुलिस के लिए न्यायालय का आदेश कम दलालों डकैतों का आदेश सर्वोपरि है तभी तो डकैती की घटना को चोरी में दर्ज कर मामले की इतिश्री कर दिया जाता है।
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