संतान को बनाने में मां का सर्वश्रेष्ठ योगदान - पूजा शास्त्री
संतान को बनाने में मां का सर्वश्रेष्ठ योगदान - पूजा शास्त्री
रिपोर्ट: वेद प्रकाश तिवारी
मिल्कीपुर/अयोध्या। आर्य प्रयास न्यूज नेटवर्क।
मिल्कीपुर ब्लाक क्षेत्र के तेन्धा बाजार में सात दिवसीय भगवत कथा के तीसरे दिन मथुरा वृंदावन की सुप्रसिद्ध कथा वाचक पूजा शास्त्री ने अपने मुखारविंदु से क्षेत्र वासी भक्तजनों को भगवत कथा का रसपान कराया। तेंधा बाजार निवासी व्यापारी दयाराम अग्रहरि के संयोजन में आयोजित भागवत कथा के तीसरे दिन भगवत कथा पर विशेष चर्चा करते हुए कथा व्यास पूजा शास्त्री ने मौजूद श्रोताओं को भक्त प्रहलाद की कथा श्रवण कराते हुए कहा कि संतान को बनाने में सर्वश्रेष्ठ योगदान माता का होता है। माता चाहे पुत्र को भक्त बना दे, माता चाहे पुत्र को दुष्ट बना दे, माता चाहे पुत्र को अधिकारी बना दे माता चाहे अथवा पुत्र को भिखारी बना दे। इसलिए मां को चाहिए अपनी संतान को अच्छे मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित करें। माताओं को चाहिए कि घर का माहौल ऐसा बना कर रखें जिसका संतानों पर अच्छा असर पड़े। उन्होंने कथा के तीसरे दिन भगवान श्री कृष्ण के नाना रूपों का विस्तार से वर्णन किया। तीसरे दिवस की भागवत कथा में प्रमुख रूप से ओमप्रकाश सिंह पिंटू, राजू पासी, पवन कुमार अग्रहरि, कमलेश अग्रहरि, विजय बहादुर सिंह पप्पू, भैरव नाथ तिवारी, श्रवण कुमार पाठक, दिनेश पाठक, उमेश अग्रहरि, दुःखराम अग्रहरि, अजय राजकुमार अग्रहरि, बृज किशोर तिवारी, राजेश तिवारी, रामकरन एवं राममिलन सहित सैकड़ों लोग मौजूद रहे।
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