छात्रों को दी आधुनिक तककनीकि से कृत्रिम गर्भाधान की जानकारी
छात्रों को दी आधुनिक तककनीकि से कृत्रिम गर्भाधान की जानकारी
रिपोर्ट: वेद प्रकाश तिवारी
मिल्कीपुर/अयोध्या: आर्य प्रयास न्यूज नेटवर्क। फ्रांस की कंपनी आइएमवी इंडिया प्राइवेट लिमिटेड (IMV) के तकनीकि प्रबंधक डा. संजय शर्मा ने पशु चिकित्सा एवं पशुपालन महाविद्यालय के छात्र-छात्राओं को प्रशिक्षण दिया। उन्होंने आधुनिक तकनीकियों का प्रयोग कर कृत्रिम गर्भाधान एवं गर्भधारण की क्षमता को बढ़ाने के बारे में जानकारी दी गई।
कृत्रिम गर्भाधान में उपयोग होने वाले यंत्र A-Vision, A-gun, A-Sheath, Gloves आदि यंत्रों के प्रयोग के बारे में बताया जो पशुओं में गर्भधारण को बढ़ाने में काफी मददगार साबित होगी। उन्होंने बताया कि इन यंत्रों के प्रयोग से अच्छे नस्ल के पशु प्रोजनी बढ़ाने में सहायक होगा। डा. शर्मा ने बताया कि आधुनिक यंत्रों का प्रयोग पशुओं को किसी भी प्रकार के नुकसान से बचाता है। कृतृम गर्भाधान के समय अगर पशुओं के बच्चेदानी में चोट लग जाती है तो गर्भधारण की संभावनाएं कम हो जाती हैं और पशुपालकों को आर्थिक नुकसान होता है। डा. संजय ने बताया कि वीर्य की गुणवत्ता जांच के लिए कासा (Computer Assisted Semen Analysis) के बारे में विस्तार से बताया।
पशुपालन महाविद्यालय के प्राध्यापक डा. सुशांत श्रीवास्तव ने बताया की कृत्रिम गर्भाधान के समय पशुपालकों को सावधानी रखनी चाहिए। सीमेन चढ़ाने के बाद तीन घंटे तक पशुओं को बैठने नहीं देना चाहिए। ठंड के समय पशुओं को बचाने के लिए तेल व गुड़ देने से शरीर का तापमान सामान्य बना रहता है।
पशुपालन महाविद्यालय के सहायक प्राध्यापक डा. रवींद्र वर्मा की देखरेख में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। प्रशिक्षण कार्यक्रम के दौरान महाविद्यालय की छात्र-छात्राएं मौजूद रहे।
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