संपन्न हुआ पंचकुण्डीय गायत्री महायज्ञ एवं दीपयज्ञ
संपन्न हुआ पंचकुण्डीय गायत्री महायज्ञ एवं दीपयज्ञ।
रिपोर्ट: बेचन सिंह
गोरखपुर। आर्य प्रयास न्यूज नेटवर्क।अखिल विश्व गायत्री परिवार शांतिकुंज हरिद्वार के तत्वावधान मे महिला मंडल विकास नगर विस्तार के द्वारा विकास नगर विस्तार मे स्थित बड़ा पार्क मे महिला मण्डल प्रभारी मंजू द्विवेदी के नेतृत्व मे पंचकुण्डीय गायत्री महायज्ञ एवं दीपयज्ञ का कार्यक्रम प्रातः 8:30 बजे से देवपूजन से आरम्भ कर प्रज्ञागीत से बहुत ही दिव्य एवं भव्य रुप मे शांतिकुंज हरिद्वार से आये देवदूतों आचार्य शैलेन्द्र कुमार, कैलाश जी एवं संजय जी की टोली द्वारा सम्पन्न हुआ, मुख्य यजमान के रुप मे पार्षद प्रमिला ओझा एवं अजय ओझा पूजन किये।
महायज्ञ के कार्यक्रम मे आचार्य शैलेन्द्र कुमार ने कहा कि यज्ञ भारतीय संस्कृति का आदि प्रतीक है। हमारे धर्म मे जितनी महानता यज्ञ को दी गई है, उतनी किसी को नही दी गई है। हमारा कोई भी शुभ-अशुभ धर्म कृत्य यज्ञ के बिना पुर्ण नही होता। जन्म से लेकर अंत्येष्टि तक सोलह संस्कार है जिसमे अग्निहोत्र आवश्यक है। नामकरण, यज्ञोपवीत एवं विवाह मे भी यज्ञ की विशेष महता है। यज्ञ मानव जीवन को सफल बनाने के लिए एक आधारशिला है। इसके कुछ भाग विशुद्ध अध्यात्मिक है। अग्नि पवित्र है और जहां यज्ञ होता है, वहां सम्पूर्ण वातावरण पवित्र एवं देवमय बन जाता है। यज्ञवेदी मे "स्वाहा" कहकर देवताओ को भोजन परोसने से मनुष्य को दुःख दारिद्रय और कष्टों से छुटकारा मिलता है।
गायत्री परिवार के संस्थापक परम पूज्य गुरुदेव पं श्रीराम शर्मा आचार्य ने अपने लिखे 3200 साहित्य मे मानव जीवन के सभी समस्याओ का निवारण किया, इसे अवश्य स्वाध्याय करें ।
सायं 3:30 बजे से 501 दीपों से भव्य दीपयज्ञ का आयोजन हुआ, जिसमे गायत्री मंत्र एवं वैदिक मंत्रों की सुक्ष्म आहुति प्रदान की गई।
गायत्री परिवार के महिला मण्डल के प्रभारी मंजू द्विवेदी के साथ निरजा त्रिपाठी, मधु पांडेय, सुधा पांडेय, लीना पांडेय, मेनका पांडेय, कुमकुम उपाध्याय, पुष्पा तिवारी, स्नेहिता चौहान ने सभी भावनाशील उपस्थित श्रद्धालु भाई बहनों के हृदय से आभार व्यक्त किया।
मुख्य ट्रस्टी एवं युवा समन्वयक दीना नाथ सिंह ने आयोजक मण्डल का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि महिला मंडल विकास नगर विस्तार प्रत्येक वर्ष यज्ञीय नियमितता बनायीं हुई, मानव जीवन मे नियमितता अतिआवश्यक है।
यज्ञ कार्यक्रम मे मुख्य रूप से डाॅ श्रीकर द्विवेदी, अशोक तिवारी, अवधेश तिवारी, जितेंद्र वर्मा, ट्रस्टी आभा श्रीवास्तव, ट्रस्टी एम एल यादव, राजेन्द्र प्रसाद गुप्त, परमानन्द त्रिपाठी, किरन त्रिपाठी, मेनका पांडेय, कल्पना दुबे, प्रतिमा सिंह, सावित्री द्विवेदी, रेनु शर्मा, ब्यूटी त्रिपाठी, सहित सैकडो भाई बहनों की उपस्थित रहे।
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