तीन दिवसीय सांस्कृतिक महाकुंभ का आयोजन निश्चित

 


तीन दिवसीय सांस्कृतिक महाकुंभ का आयोजन निश्चित


रिपोर्ट: बेचन सिंह 


गोरखपुर। आर्य प्रयास न्यूज नेटवर्क। साहित्य कला एवं रंगमंच को समर्पित अखिल भारतीय संस्था संस्कार भारती गोरक्ष प्रांत चैत्र शुक्ल एक नव वर्ष प्रतिपदा के अवसर पर तीन दिवसीय सांस्कृतिक महाकुंभ का आयोजन करने जा रही है। यह आयोजन "आदि पर्व" के नाम से 21,22 एवं 23 मार्च 2023 को आयोजित किया जाएगा। यह कार्यक्रम भारतीय परंपरा एवं संस्कृति के अनुरूप होंगे। सांस्कृतिक महाकुंभ में स्थानीय कलाकारों के अलावा देश के विभिन्न राज्यों के लोक कलाकार अपनी प्रस्तुति देंगे।


यह बातें गोरक्ष प्रांत के महामंत्री डॉ मंगलेश कुमार श्रीवास्तव एवं राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सह विभाग संचालक आत्मा सिंह ने एक प्रेसवार्ता के दौरान कही। पदाधिकारिद्वय बुधवार को प्रेस क्लब के सभागार में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। 


डॉ मंगलेश श्रीवास्तव ने कार्यक्रम की विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि 21 मार्च दिन मंगलवार को शाम 4:00 बजे से लोकमंगल कामना यात्रा निकाली जाएगी। इस यात्रा में भगवान श्रीराम की झांकी, रामा दल, लोक कलाकार का नृत्य दल एवं सांस्कृतिक, सामाजिक, साहित्यिक एवम विभिन्न संगठनों से जुड़े लोग शामिल होंगे। 22 मार्च दिन बुधवार को नववर्ष के प्रथम दिवस पर संस्कार भारती से जुड़े समस्त कला साधकों द्वारा उगते सूर्य को अर्घ्य दिया जाएगा । तत्पश्चात शाम को 6:00 से स्थानीय कलाकारों के साथ झारखंड व मणिपुर के लगभग 50 कलाकारों द्वारा विभिन्न कार्यक्रमों की प्रस्तुति होगी । 


23 मार्च दिन गुरुवार शाम को उत्तर प्रदेश एवं असम से आए कलाकारों द्वारा लोकनृत्यों तथा गीतों की प्रस्तुति होगी। उन्होंने बताया कि इस आयोजन में मातृशक्ति की विशेष भूमिका होगी। डॉ मंगलेश ने कहा कि आगामी 26 जनवरी को भारत माता पूजन के अवसर पर राप्ती तट पर रेत शिल्प का आयोजन होगा तथा फरवरी में नाट्य शास्त्र के रचयिता भरतमुनि जयंती के अवसर पर स्थानीय कलाकारों द्वारा नाटक का मंचन होगा।


राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सह विभाग संचालक आत्मा सिंह जी ने कहा कि भारतीय कालगणना विश्व की प्राचीनतम एवं वैज्ञानिक ब्रह्मांड एवं खगोलीय ग्रहों के चाल की सूचना विवेचना की जाती है जो ब्रह्मांड की उत्पत्ति से आज तक की गणना है। उन्होंने बताया कि ब्रह्मा व्रत पुराण के अनुसार चैत्र शुक्ल एक को  सृष्टि की रचना प्रारंभ की गई थी । इसी क्रम में संस्कार भारती गोरक्ष प्रांत के नेतृत्व में विचार परिवार के सभी अनुषांगिक संगठन एवं समाज के विभिन्न संगठनों द्वारा उत्सव के माध्यम से युवा जनमानस को अपनी संस्कृति और परंपरा से जुड़ने और सर्व समाज को नववर्ष की शुभकामना हेतु इस आयोजन को किया जा रहा है। इस बात की जानकारी आत्मा सिंह सह विभाग संचालक राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, डॉ मंगलेश श्रीवास्तव महामंत्री गोरक्ष प्रांत ने दी।

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