कृषि को व्यापार के रूप में देखें किसान- कुलपति
कृषि को व्यापार के रूप में देखें किसान- कुलपति
- नेशनल फर्टिलाइजर्स लिमिटेड, लखनऊ द्वारा आयोजित दो दिवसीय आवासीय कृषक प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ
रिपोर्ट: वेद प्रकाश तिवारी
मिल्कीपुर अयोध्या। आर्य प्रयास न्यूज नेटवर्क।
आधुनिक तकनीकियों के साथ-साथ योजनाबद्ध तरीके से किसानों को खेती करने की जरूरत है। कृषि को व्यापार के रूप में देखने की जरूरत है नहीं तो किसानों को अपनी आय दोगुनी करने में परेशानी झेलनी पड़ेगी। किसान आधुनिक प्रजातियों का प्रयोग करें जिसकी फसल जल्दी तैयार हो, इससे किसान एक से अधिक फसल की बोआई कर अधिक मुनाफा पा सकेंगे। बाजारों में भाव अच्छा मिले इसके लिए किसानों को खेती के साथ-साथ विपणन की भी व्यस्था करनी होगी। यह बातें आचार्य नरेंद्र देव कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय के कुलपति डा. बिजेंद्र सिंह ने हाईटेक हाल में आयोजित प्रशिक्षण कार्यक्रम के शुभारंभ के दौरान कही। वे नेशनल फर्टिलाइजर्स लिमिटेड, लखनऊ द्वारा आयोजित दो दिवसीय आवासीय कृषक प्रशिक्षण कार्यक्रम को बतौर मुख्यअतिथि संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि किसान मोटे अनाज की खेती करें। यह शरीर के लिए लाभकारी और किसानों को अधिक मुनाफा दिला सकता है। निदेशक प्रसार प्रो. ए.पी राव ने कहा कि किसानों के उत्थान के लिए सरकार के साथ-साथ विश्वविद्याल प्रयासरत है। कृषि विज्ञान केंद्रों से जुड़कर किसान अधिक से अधिक लाभ लें। प्रो. राव ने कहा कि किसान मोटे अनाज के बीज पर सरकार 90 प्रतिशत छूट दे रही है। अगले कुछ महीनों में विवि भी श्री अन्न के बीज किसानों को उपलब्ध करवाएगा। फर्टिलाइजर्स के राज्य मैनेजर वी.के यादव ने कहा कि कृषि के क्षेत्र में अपार संभावनाएं हैं। किसानों को अनुदान वाली फसलों का अधिक लाभ लेना चाहिए। तीन जिलों से 60 किसान प्रशिक्षण ले रहे हैं। सभी अतिथियों को अंग वस्त्र एवं बुके देकर सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम का संचालन डा. अनिल ने किया व स्वागत संबोधन निदेशक प्रसार प्रो. ए.पी राव ने किया। इस मौके पर समस्त अधिष्ठाता, निदेशक, वैज्ञानिक व तीन जिलों के 60 किसान मौके पर मौजूद रहे।
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