श्री कृष्ण जन्म की कथा सुन झूमे श्रद्धालु - गजानंद शास्त्री
श्री कृष्ण जन्म की कथा सुन झूमे श्रद्धालु - गजानंद शास्त्री
रिपोर्ट: राहुल मिश्र
सुलतानपुर। आर्य प्रयास न्यूज नेटवर्क। बल्दीराय के उमरा गांव में चतुर्थ दिवस की श्रीमद भागवत कथा में श्री धाम अयोध्या से पधारे स्वामी गजानंद शास्त्री जी महाराज ने कहा कि जब अधर्म संसार में व्याप्त हो जाता है।भगवान अधर्म का नाश करने के लिए तथा धर्म की स्थापना करने के लिए परमात्मा पृथ्वी पर जन्म लेते हैं।
,, धर्म संस्थाप नार्थाय सम्भावामि युगे युगे, पूज्य महराज जी ने 28 नरकों का वर्णन करते हुए कहा कि ये जीव जैसा शुभ अशुभ कर्म वैसे ही उसको भोगना पड़ता है, अजामिल उपाख्यान में बताया कि भगवान का नाम चाहे भाव से लो चाहे कुभाव से प्रभु की कृपा अवश्य प्राप्त होती है, जैसे अजामिल का अन्तिम समय आया तो उसने अपने बेटे नारायण को बुलाया वह बेटा तो नही आया, परन्तु परम पिता नारायण ने अपने दूतों को भेज दिया
और समुंद्र मंथन से लेकर कृष्ण जन्म तक का मनोहर प्रसंग सुनाया। बधाई गीत व सोहर को सुनकर श्रद्धालु भक्त मंत्र मुग्ध होकर झूमने लगे।
इस अवसर पर श्री प्रताप बहादुर सिंह,दिग्विजय सिंह ,दिलीप सिंह ,दीपक सिंह,स्वतंत्र सिंह,उमेश यादव, हिमाशु तिवारी, जगदीश दूबे शशि भूषण शुक्ल पण्डित सीताराम जी महाराज मौजूद रहे।
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