मिल्कीपुर में गेहूं क्रय केंद्रों पर पसारा सन्नाटा

 


मिल्कीपुर में गेहूं क्रय केंद्रों पर पसारा सन्नाटा 


तीनों ब्लॉक के गेहूं क्रय केंद्रों पर 26 दिनों में 1534 कुंतल गेहूं की  कुल हो सकी खरीद 

रिपोर्ट: वेद प्रकाश तिवारी 

मिल्कीपुर  अयोध्या। आर्य प्रयास न्यूज नेटवर्क। मिल्कीपुर  तहसील क्षेत्र में गेहूँ  खरीद शुरू हो गई है। लेकिन किसान अपना गेहूं बेचने केंद्रों पर नहीं पहुंच रहे हैं ।26 अप्रैल शाम तक सिर्फ 15 34 कुंतल गेहूं की खरीदी हुई है। तहसील क्षेत्र के तीनों ब्लाकों में गेहूं खरीद के लिए बारुन बाजार, खंडासा मिल्कीपुर शुक्ल पुर घुरेहटा  राजौरा  अमानीगंज रौतावा जगदीशपुर बोडे़पुर सहित 16 क्रय केन्द्र बनाए गए हैं। इसके लिए मार्केटिंग पीसीएफ भारतीय खाद्य निगम और यूपी एस एस को खरीद नामित किया गया है। पिछले साल के मुकाबले इस साल गेहूं का समर्थन मूल्य में ₹110 प्रति कुंतल की बृद्रि की गई है। क्योंकि पिछले  विपणन वर्ष में गेहूं का समर्थन मूल्य बढ़ाकर 21रूपये25 पैसा  कर दिया गया है। इसके बाद  गेहूं की खरीद बेहद सुस्त है गेहूँ की फसल तैयार होने की वजह से क्रय केंद्रों पर गेहूँ नहीं पहुंच रहा है ।


क्रय केन्द्रों के अधिकारियों ने सोचा था कि 1 अप्रैल के बाद किसान बड़ी संख्या में गेहूँ क्रय केंद्रों पर लेकर बड़ी संख्या में पहुंचेगें थे लेकिन ऐसा कुछ नहीं दिखाई पड़ा है केंद्रों पर कर्मचारी बैठकर किसानों का इंतजार करते हैं आइए जानते हैं किसानों का क्या कहना है कि  श्याम बिहारी देवी प्रसाद कुमार मौर्या राम कुमार सिंह कपिल देव बलराम राजू उपाध्याय सहित दर्जनों किसानों का कहना है कि जब आढती दरवाजे पर पहुंचकर 2150 से ₹2200 प्रति कुंतल की दर से दरवाजे पर खरीदता है  तो है अपना गेहूँ क्रय केंद्रों पर क्यों दें केंद्रों पर ले जाने पर भाड़ा कट जाता है और पैसे का भी इंतजार करना पड़ता है ऐसी दशा में क्षेत्रीय व्यापारियों के हाथ बेचकर नगद पैसा प्राप्त कर लेते है यदि    प्रशासन इन व्यापारियों पर अंकुश लगाता है तो शायद गेहूँ की अच्छी खरीद हो सकती है एक माह बीतने वाला है अभी तक 1534 कुंतल गेहूं की खरीद हो चुकी है।

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