मातृत्व कोमल अहसास का दूसरा नाम है : दिव्या रानी सिंह


मातृत्व कोमल अहसास का दूसरा नाम है : दिव्या रानी सिंह


सीआरडीएएमपीजी कॉलेज में वॉल ऑफ वूमेन का हुआ अनावरण।

अंतरराष्ट्रीय मातृ दिवस के पूर्व समारोह में आयोजित हुई गोष्ठी।

रिपोर्ट:बेचन सिंह 

गोरखपुर। आर्य प्रयास न्यूज नेटवर्क। चंद्रकांति रमावती देवी आर्य महिला पीजी कॉलेज गोरखपुर एवं दीप्तिमान संस्कृति फाउन्डेशन फॉर आर्ट कल्चर एंड हेरिटेज के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित अंतर्राष्ट्रीय मातृ दिवस के शुभ अवसर पर मातृत्व की करुणा, शक्ति, वात्सल्य, त्याग और कोमलता को समर्पित

Wall of Women (WOW) वाल ऑफ वूमन (वाव) चित्र वीथिका का अनावरण समारोह आयोजित किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्ज्वलन और सरस्वती वंदना के साथ की गई। इस अवसर पर बतौर मुख्य अतिथि दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय की गृह विज्ञान विभाग की अध्यक्षा प्रो. दिव्या रानी सिंह ने कहा कि मातृत्व कोमलता का पर्याय है। मातृशक्ति की आध्यात्मिक उपासना का स्वरूप अगर पूरी दुनिया में कहीं देखने को मिलता है तो वो भारत है। कार्यक्रम में बतौर विशिष्ट अतिथि उपस्थित डॉ. प्रियंका श्रीवास्तव ने कहा कि आज के समय में नारी सुरक्षा और नारी सम्मान के सामाजिक मुद्दे पर लोगों की जागरूकता बढ़ी है और शिक्षा, स्वास्थ्य से लेकर रोजगार तक में महिलाएं नित्य नया कीर्तिमान स्थापित कर रहीं हैं। महाविद्यालय की प्राचार्या डॉ. सुमन सिंह ने कहा कि फाउंडेशन के साथ मिलकर कॉलेज में वाल ऑफ वूमेन को विकसित करने का विचार कलात्मक अभिव्यक्ति से आया। इससे विचारपरक चित्रों द्वारा संदेशों की गहरी छाप दर्शक के मन पर पड़ती है। कार्यक्रम में चित्र वीथिका के विषय में बताते हुए दीप्तिमान संस्कृति फाउंडेशन के मुख्य ट्रस्टी डॉ. संदीप कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि वाल ऑफ वूमेन को गौरव के साथ समर्पित करते हुए फाउंडेशन परिवार को हर्ष है और संकलित चित्रों की चित्र वीथिका के माध्यम से मातृशक्ति को भावनात्मक सम्मान देने का प्रयास किया गया है। विद्यालय प्रबंधक डॉ. विजय लक्ष्मी मिश्रा ने इस अवसर पर शुभकामनाएं देते हुए ऐसे प्रयास की सराहना की। आई क्यू ए सी समन्वयक डॉ. रेखा श्रीवास्तव ने इस अवसर पर कहा कि ऐसे प्रयासों से महिलाओं को अपनी शक्ति और सामर्थ्य को पहचानने और आत्मविश्वास बढाने में बल मिलेगा। कार्यक्रम का संचालन डॉ. प्रीति त्रिपाठी ने किया। आभार ज्ञापन फाउंडेशन की ट्रस्टी ऋतु ने किया। 


इस अवसर पर संस्कार भारती की प्रांत उपाध्यक्ष रीता श्रीवास्तव, महाविद्यालय परिवार की डॉ. श्वेता वर्मा, डॉ. निशा श्रीवास्तव, डॉ. सारिका जायसवाल, डॉ. अनीता सिंह, श्री जसवंत सिंह, डॉ. ज्योत्स्ना त्रिपाठी, डॉ. रेखा रानी शर्मा, शैवाल शंकर श्रीवास्तव, शिशिर श्रीवास्तव, शुभेंद्र सत्यदेव, अमर श्रीवास्तव सहित बड़ी संख्या में कला दर्शक उपस्थित रहे।

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