एमडीएम बनाते समय गैस सिलेंडर में लगी आग
एमडीएम बनाते समय गैस सिलेंडर में लगी आग
शिक्षकों ने छात्र-छात्राओं को सुरक्षित बाहर निकाला।
फायर ब्रिगेड ने कड़ी मशक्कत के बाद बुझाई आग।
विद्यालय निर्माण के मात्र 17 साल में ही जर्जर हो चुके प्राथमिक विद्यालय मठिया का भी कमपोजिट विद्यालय गोकुला में हो रहा संचालन।
रिपोर्ट:- वेद प्रकाश तिवारी
मिल्कीपुर अयोध्या । आर्य प्रयास न्यूज नेटवर्क।
मिल्कीपुर शिक्षा क्षेत्र के कंपोजिट विद्यालय गोकुला में एमडीएम बनाते समय अचानक गैस सिलेंडर में आग लग गई और विद्यालय में अफरा-तफरी मच गई। घटना की सूचना के बाद मौके पर पहुंचे अग्निशमन कर्मियों ने कड़ी मशक्कत के बाद बेकाबू आग को बुझाया और बड़ी घटना होते होते बाल बाल बची। प्राप्त जानकारी के मुताबिक कंपोजिट विद्यालय गोकुला के परिसर में ही प्राथमिक विद्यालय मठिया का भी संचालन किया जा रहा है। छात्र छात्राओं का मध्यान्ह भोजन बनाते समय गैस सिलेंडर में अचानक आग लग गई। मध्यान्ह भोजन बना रही रसोइया सुंदरा देवी व कमलेश कुमारी ने पहले तो सिलेंडर में लगी आग को बुझाने का प्रयास किया। किंतु जब वह आग को नहीं बुझा सकी तो उन्होंने बाहर निकल कर गुहार लगाई। इसके तुरंत बाद विद्यालय के कक्षा कक्षों में मौजूद अध्यापकों ने छात्र-छात्राओं को आनन-फानन में विद्यालय से बाहर निकाला। विद्यालय में गैस सिलेंडर में लगी आग की जानकारी मिलने के बाद ग्राम प्रधान प्रतिनिधि लल्लू पासी समेत बड़ी संख्या में ग्रामीण विद्यालय पहुंच गए और आग बुझाने का प्रयास किया। लेकिन आग नहीं बुझा सके। विद्यालय के अध्यापक विवेक चंद्र पाण्डेय ने घटना की सूचना फायर ब्रिगेड को दी। जानकारी मिलने के बाद फायर ब्रिगेड मिल्कीपुर के फायर कर्मी प्रशांत दीक्षित, अरविंद कुमार, संदीप भट्ट, विकास चौधरी व सत्यपाल यादव मौके पर पहुंचे। अग्निशमन कर्मियों ने कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। जिससे बड़ा हादसा होने से बच गया आग। फायर ब्रिगेड के जवान प्रशांत दीक्षित ने विद्यालय के अध्यापकों से कहा कि आपके विद्यालय में जो अग्निशामक यंत्र हैं, यह खराब हो चुके हैं। दूसरे अग्निशमन यंत्र को मंगवाकर विद्यालय में रख लें। कभी भी आग लगे तो उसका प्रयोग कर आग बुझाई जा सकती है। मजे की बात तो यह है कि प्राथमिक विद्यालय मठिया का निर्माण लगभग 17 वर्ष पहले हुआ था, लेकिन विद्यालय भवन जर्जर हो जाने के चलते उस विद्यालय में पठन-पाठन कर रहे छात्र-छात्राओं को अब कंपोजिट विद्यालय गोकुला में पठन-पाठन करना पड़ रहा है। जिसके चलते अध्यापकों एवं छात्र छात्राओं को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
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