छात्रा को पकड़कर जबरन आटो में बैठा रहा था ड्राइवरः - केएनआई के प्राचार्य ने प्रेसवार्ता कर दी जानकारी


छात्रा को पकड़कर जबरन आटो में बैठा रहा था ड्राइवरः - केएनआई के प्राचार्य ने प्रेसवार्ता कर दी जानकारी

 

कहा, प्रतिष्ठित केएनआई शिक्षण संस्थान को प्रतिष्ठा को ठेस पहुंचाने का किया जा रहा कुत्सित प्रयास


रिपोर्ट: राहुल मिश्र 


 सुलतानपुर। आर्य प्रयास न्यूज नेटवर्क।

सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे एक कथित वीडियो को कमला नेहरू संस्थान की गरिमा और प्रतिष्ठा को ठेस पहुंचाने वाला बताते हुए प्राचार्य प्रो. आलोक कुमार सिंह ने प्रेसवार्ता कर सफाई दी हैं।उन्होंने इसे दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए संस्थान विरोधी तत्वों द्वारा प्रयोजित बताया है 


सोमवार को संस्थान में प्रेसवार्ता के दौरान प्राचार्य प्रो. आलोक सिंह ने कहा कि महीनों पहले की बात है कि विश्वविद्यालय सेमेस्टर परीक्षा की द्वितीय पाली की परीक्षा समाप्त हुई थी। गेट पर सैकड़ों छात्र/छात्राएं अपने घर जाने के लिए साधनों का इंतजार कर रहे थे। परीक्षा समाप्ति के बाद में फरीदीपुर परिसर जाने के लिए अपनी गाड़ी से निकला।इस बीच मैंने देखा कि एक टैम्पो ड्राइवर एक छात्रा का हाथ पकड़कर उसे अपने टैम्पो पर बिठाने का प्रयास कर रहा था और वह छात्रा विरोध कर रही थी। मैंने अपने ड्राइवर को उसे इस कृत्य से मना करने के लिए भेजा। उस टैम्पो ड्राइवर ने शराब पी रखा था। उसने मेरे ड्राइवर से अभद्रता करते हुए मारपीट करने लगा। जब मैं गाड़ी से उसे डराने के लिए उतरा तो वह मेरे साथ गुत्थमगुत्था होने लगा। डराने के लिए ही मैंने डंडा हाथ में लिया था,जिसे वह व्यक्ति मुझसे छीनने का प्रयास करने लगा।मुझे परेशानी में देख कुछ लोग दौड़कर आ गए और उसे डरा धमकाकर वहां से हटाया गया। उस एक मिनट की घटना के बाद सभी छात्र/छात्राएं व टैम्पो अपनी सवारियां लेकर चले गए। संस्थान को स्वायत्तता मिलने के बाद एक कथित वीडियो को प्रचारित करना सिर्फ संस्थान की छवि को क्षति पहुंचाने का प्रयास है। उन्होंने बताया कि कमला नेहरू भौतिक एवं सामाजिक विज्ञान संस्थान में 12 हजार से अधिक छात्र/छात्राएं अध्ययन करते हैं, जिसमें छात्राओं की संख्या 75 प्रतिशत से अधिक है। अभिभावक संस्थान प्रशासन के संरक्षण पद्धति से आश्वस्त होकर ही अपनी बेटियों को संस्थान भेजते हैं। जहां उनके अध्ययन अध्यापन के अनुकूल वातावरण सुनिश्चित करना मेरा कर्तव्य है। छात्राओं के साथ अमर्यादित आचरण न हो यह भी सुनिश्चित करना मेरा दायित्व है। अचानक वायरल हुआ यह वीडियो बिल्कुल प्रायोजित है व संस्थान की प्रतिष्ठा को धूमिल करने का एक कुत्सित प्रयास है।

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