फॉरेस्ट गार्ड की दबंगई का मामला पहुंचा मुख्यमंत्री के दरबार
फॉरेस्ट गार्ड की दबंगई का मामला पहुंचा मुख्यमंत्री के दरबार
तैनाती अयोध्या सदर में होने के बावजूद भी वन चेतना केंद्र कुमारगंज को बनाया अपना आशियाना
मिल्कीपुर अयोध्या। आर्य प्रयास न्यूज नेटवर्क
रिपोर्ट:- वेद प्रकाश तिवारी
कुमारगंज वन रेंज अंतर्गत वन चेतना केंद्र परिसर स्थित ऑफिस, कार्यालय को फॉरेस्ट गार्ड दीपक शुक्ला द्वारा बिना किसी आदेश निर्देश के अपनी दबंगई एवं सरकसी के बल पर अपना आवास बना लिए जाने का मामला मुख्यमंत्री के दरबार जा पहुंचा है। जनपद मुख्यालय स्थित सदर वन रेंज कार्यालय पर तैनात फॉरेस्ट गार्ड की करतूत की शिकायत तेन्धा गांव निवासी ओम प्रकाश सिंह ने प्रदेश के मुख्यमंत्री के जलसुनवाई पोर्टल पर करते हुए अनधिकृत रूप से कब्जा किए गए सरकारी भवन को तत्काल खाली कराए जाने की मांग की है।
बता दें कि कुमारगंज वन रेंज में तैनात रहे फॉरेस्ट गार्ड दीपक शुक्ला का स्थानांतरण चार माह पूर्व अयोध्या सदर वन रेंज कार्यालय के लिए हो गया था। डीएफओ के आदेश को भी उक्त मनबढ़ वनकर्मी दीपक शुक्ला द्वारा हवा में उड़ा दिया गया था। काफी जद्दोजेहद एवं फजीहतों के बाद डीएफओ के आदेश का अनुपालन हो सका था। लगभग एक माह पूर्व कुमारगंज वन रेंज से जबरिया उक्त बनकर्मी को उसके स्थानांतरित कार्यस्थल के लिए कार्य मुक्त कर दिया गया। कुमारगंज वन रेंज कार्यालय से रिलीव होने के बाद फॉरेस्ट गार्ड दीपक शुक्ला ने अपने तैनाती कार्य स्थल पर कार्यभार तो ग्रहण कर लिया, किंतु कुमारगंज वन चेतना केंद्र में बनाए गए अपने अवैध आशियाने से उसका मोह भंग नहीं हुआ है। सबसे मजे की बात तो यह है कि उक्त फॉरेस्ट गार्ड दीपक शुक्ला अवैध कटान में सतत संलिप्त रहा है। जो अवैध आरा मशीन संचालकों एवं लकड़ी ठेकेदारों से घिरा हुआ है। इस वन चेतना केंद्र में बनाए गए अवैध आशियाने पर अवैध आरा मशीन संचालकों एवं लकड़ी ठेकेदारों का जमघट लगाए रखता है। उक्त स्थल पर लकड़ी ठेकेदार एवं अवैध आरा मशीन संचालकों द्वारा शराब कबाब की भी पार्टी की जाती है। वहीं से सेटिंग कर पेड़ों की अवैध कटान भी कराता है। उक्त वनकर्मी की करतूतों के चलते कुमारगंज वन रेंज में हरे भरे विशालकाय पेड़ों की अंधाधुंध कटान थमने का नाम नहीं ले रही है। शिकायतकर्ता ने द्वारा उल्लेखित किया गया है कि अयोध्या के फैजाबाद स्थित वन रेंज कार्यालय सदर से कुमारगंज की दूरी 40 किलोमीटर है। 40 किलोमीटर दूरी तय कर उक्त दीपक शुक्ला कुमारगंज में अपनी अवैध दुकान चल रहा है। उक्त वनकर्मी द्वारा समूचे क्षेत्र में घूम-घूम कर यही कहा जा रहा है कि मैं एक दो महीने के अंदर पुनः कुमारगंज वन रेंज में ट्रांसफर करा कर आ रहा हूं। सबसे महत्वपूर्ण पहलू तू यह है कि यदि उसे कुमारगंज वन रेंज से मोहन भंग हुआ होता तो वह अपने निजी व्यय से 40 किलोमीटर दूरी कतई तय नहीं करता। संबंध में वन क्षेत्र अधिकारी कुमारगंज प्रमोद कुमार श्रीवास्तव का कहना है कि मेरे द्वारा जांच की जाएगी और संबंधित से आवास भी खाली कराया जाएगा।
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