महाराजा बिजली पासी का बलिदान समाज के लिए प्रेरणा स्रोत
महाराजा बिजली पासी का बलिदान समाज के लिए प्रेरणा स्रोत
मिल्कीपुर (अयोध्या)। आर्य प्रयास न्यूज नेटवर्क
रिपोर्ट:- वेद प्रकाश तिवारी
अवध क्षेत्र के शक्तिशाली राजाओं में से एक महाराजा बिजली पासी की जयंती पर मिल्कीपुर के खिहारन गांव में सामाजिक संस्था उम्मीद किरण सेवा संस्थान की ओर से समाज जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया।कार्यक्रम में दर्जनों वक्ताओं ने वीर शिरोमणि महाराजा बिजली पासी को याद करते हुए उनके बलिदान को समाज के लिए प्रेरणा स्रोत बताया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि दिनेश प्रताप सिंह रावत रिटायर्ड एडीओ ने महाराजा बिजली पासी के संघर्षों को याद करते हुए कहा कि सन 1184 के गांजर युद्ध में आल्हा ऊदल से युद्ध करते हुए इनको वीरगति प्राप्त हुई। इस युद्ध से पहले कन्नौज के राजा जयचंद्र के साथ हुए युद्ध में इन्होने जयचंद्र को बुरी तरह से हराया था। राजा जयचंद्र ने बदला लेने के लिए महोबा के शूरवीर आल्हा ऊदल को मिलाकर महाराजा बिजली पासी की कुटिलता से हत्या कर दिया।महाराजा बिजली पासी ने अपने जीवन काल में अवध क्षेत्र में 12 किले भी बनवाए थे जिनके अवशेष आज भी लखनऊ एवं उसके आसपास के क्षेत्रों में मौजूद हैं। कार्यक्रम के संयोजक उम्मीद किरण सेवा संस्थान के अध्यक्ष लाल चंद्र चौरसिया ने समाज में शिक्षा के विकास पर बल देते हुए कहा कि बाबा साहब भीमराव अम्बेडकर ने कहा था कि शिक्षा वह शेरनी का दूध है जो पियेगा वह दहाड़ेगा। दर्जनों वक्ताओं ने कार्यक्रम में वीरांगना ऊदा देवी,सुहेलदेव राजभर,लाखन पासी,सातन पासी,ज्योतिबा फुले,सावित्रीबाई फुले,बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर जैसे महापुरुषों के रास्ते पर चलने की बात कही।कार्यक्रम को संबोधित करने वालों मे ओपी पासवान,रामतेज प्रियदर्शी,राजकुमार पासवान,जीएन रावत,धर्मेंद्र रावत,सुभाष पासी,सुरेंद्र सिंह रावत,रंजीत कुमार समेत दर्जनों लोग शामिल रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता चंद्र प्रकाश रावत तथा संचालन त्रिलोकी नाथ पासी ने किया।
कार्यक्रम में प्रमुख रूप से राम धीरज रावत,रेनू प्रजापति,आकाश चौधरी,घनश्याम रावत,अमरीश रावत,सीताराम पासी,शेषमणि रावत,अनूप गौतम,रूबी कनौजिया,रवि रावत,संदीप रावत,अशोक पासी,महेश पासवान,जितेंद्र रावत समेत सैकड़ों की संख्या में लोग मौजूद रहे।
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