जैव उर्वरक तैयार कर किसानों तक पहुंचाएगा कृषि विवि - कुलपति
जैव उर्वरक तैयार कर किसानों तक पहुंचाएगा कृषि विवि - कुलपति
सतत कृषि उत्पादकता हेतु जैव उर्वरकों का उपयोग विषय पर प्रशिक्षण शिविर में बोले कुलपति
मिल्कीपुर अयोध्या। आर्य प्रयास न्यूज नेटवर्क
रिपोर्ट:- वेद प्रकाश तिवारी
आचार्य नरेंद्र देव कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय के हाईकेट हाल में "सतत कृषि उत्पादकता हेतु जैव उर्वरकों का उपयोग" विषय पर प्रशिक्षण शिविर आयोजित किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ विश्वविद्यालय के कुलपति डा. बिजेंद्र सिंह और अन्य अतिथियों ने दीप प्रज्वलन एवं मां सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर किया।
शिविर को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित करते हुए कुलपति डा. बिजेंद्र सिंह ने कहा कि आधुनिक कृषि में सूक्ष्म जीवों एवं जैव उर्वरकों का महत्वपूर्ण योगदान है। उन्होंने कहा कि हरित क्रांति के पश्चात रासायनिक उर्वरकों के अंधाधुंध प्रयोग से मिट्टी का स्वास्थ्य खराब हो चुका है। बॉयो फर्टिलाइजर के अलग-अलग फॉर्मूलेशंस पर रिसर्च कर विभिन्न प्रकार के जैव उर्वरकों को तैयार करने की जरूरत है। कुलपति ने बताया कि जल्द ही कृषि विश्वविद्यालय विभिन्न प्रकार के जैव उर्वरकों को विकसित कर किसानों तक पहुंचाएगा। राष्ट्रीय कृषि उपयोगी सूक्ष्म जीव अनुसंधान ब्यूरो मऊ के वरिष्ठ वैज्ञानिक डा. हिलोल चकदर ने कहा कि जैव उर्वरक एक प्राकृतिक उत्पाद है और इसका उपयोग विभिन्न फसलों में एवं स्फूर की आंशिक पूर्ति के लिए किया जा सकता है। जैव उर्वरक के उपयोग से भूमि पर कोई भी दुष्प्रभाव नहीं पड़ता है बल्कि ये भूमि के भौतिक व जैविक गुणों में सुधार कर उसकी उर्वरा शक्ति को बढ़ाने में सहायक होते हैं। डा. अभिजीत कश्यप ने भी जैव उर्वरकों के उपयोग पर विस्तार से जानकारी दी।
प्रशिक्षण में कृषि विज्ञान केंद्र के 25 वैज्ञानिक एवं 75 शोधार्थियों ने भी हिस्सा लिया। कार्यक्रम का संयोजन डा. आलोक पांडेय ने किया। इस मौके पर विश्वविद्यालय के समस्त अधिष्ठाता, निदेशक, शिक्षक, वैज्ञानिक, कर्मचारी एवं छात्र-छात्राएं मौजूद रहे।
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