शाकाहार सदाचार व नशा मुक्ति मानव परमात्मा की प्राप्ति का मुख्य साधन
शाकाहार सदाचार व नशा मुक्ति मानव परमात्मा की प्राप्ति का मुख्य साधन
उपदेशक डां कुंवर बृजेश
रिपोर्ट: वेद प्रकाश तिवारी
मिल्कीपुर अयोध्या। आर्य प्रयास न्यूज नेटवर्क।
तहसील क्षेत्र के पिठला स्थित आशा देवी मन्दिर के परिसर में शाकाहार-सदाचार अपनाने, नशीली चीजों के सेवन से दूर रहने और राम, कृष्ण के आदर्शों पर चलने तथा अच्छे समाज के निर्माण में तन-मन का योगदान देने की अपील जयगुरुदेव धर्म प्रचारक संस्था, मथुरा के उपदेशक डा. कुंवर बृजेश सिंह ने किया। बाबा जयगुरुदेव जी महाराज ने 60 वर्षों तक और उनके उत्तराधिकारी श्रद्धेय पंकज जी निरन्तर शाकाहार-सदाचार अपनाने, मद्यनिषेध और आध्यात्मिक जागरण के लिये प्रचार का कार्य कर रहे हैं। 16 मार्च को जोरियम में संस्थाध्यक्ष श्रद्धेय पंकज जी महाराज का कार्यक्रम आयोजित होगा।
उपदेशक ने ‘‘जब तक गुरु मिले न सांचा तब तक गुरु करो दस पांचा’’ पंक्ति को उद्धृत करते हुये बताया कि मानव को अपने. जीवन में शब्द भेदी गुरु की खोज करनी चाहिये। पहले के युगों की साधना कलयुग में सम्भव नहीं है। इसलिये सन्तों-महात्माओं ने दया करके जीवों को निजघर सतलोक पहुंचने का सरल सुगम रास्ता सुरत-शब्द योग (नाम योग) साधना को बताया। मानव शरीर ईश्वर का बनाया हुआ सच्चा हरि मन्दिर है। इसमें प्रभु के पास जाने का रास्ता है। बाकी शरीर में साधना नहीं किया जा सकता है। लेकिन अपने कर्मों को भोगना पड़ता है। महात्मा के मिल जाने पर जीव को जन्म-मरण से छुटकारा दिला देते हैं।
इस अवसर पर हरीराम सिंह, कन्हैया बक्स सिंह, अजय सिंह, श्रीकृशष्णधन द्विवेदी, नरेन्द्र सिंह,ब्लाक अध्यक्ष अमानीगंज सुक्खी, आयोजक डा राज बहादुर चौधरी सहित बडी संख्या मे लोग मौजूद रहे। बड़ी संख्या में लोग उपस्थित रहे।
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