केएनआई सी ई करौंदिया में मनाया गया 75वां संविधान दिवस


 केएनआईसीई करौंदिया में मनाया गया 75वां संविधान दिवस


26/11के शहीदों को दी गई श्रद्धांजलि

रिपोर्ट: संतोष पांडे 

सुल्तानपुर। आर्य प्रयास न्यूज नेटवर्क।करौंदिया स्थित कमला नेहरू इंस्टिट्यूट ऑफ़ चाइल्ड एजुकेशन में प्रार्थना सभा में संविधान दिवस मनाया गया,जिसके तहत संविधान के बारे में कक्षा 9 के छात्र आदित्य राठी ने विस्तृत जानकारी प्रदान किया। 26 नवंबर 1949 को भारत का संविधान अंगीकृत हुआ था जिसे 26 जनवरी 1950 को देश में लागू किया गया।इसे अपनाए जाने के समय संविधान में 395 अनुच्छेद तथा 8 अनुसूचियां थी। भारत सरकार द्वारा पहली बार 26 नवंबर 2015 से प्रतिवर्ष संपूर्ण भारत में संविधान दिवस मनाया जाता है। इस दिन को मनाने का मुख्य उद्देश्य देश में लोगों को संविधान के संवैधानिक मूल्यों की जानकारी देना है। तथा साथ ही साथ संविधान जागरूकता का निर्माण,कानूनी अधिकारों और जिम्मेदारियों को बढ़ावा देना,उप–अभियान और विषयगत पहल तथा सबको न्याय हर घर न्याय प्रक्रिया को सुनिश्चित करना है।

 तथा इस अवसर पर कक्षा 8 का छात्र अभिषेक कुमार द्विवेदी ने मुंबई आतंकवादी हमले की बरसी पर विस्तृत जानकारी प्रदान की।आज के ही दिन आतंकवादी संगठन लश्कर ए तैयबा के 10 आतंकवादियों ने मुंबई स्थित ताज होटल पर एक आतंकी घटना को अंजाम दिया था। 4 दिन के ऑपरेशन में भारतीय सुरक्षा बलों ने 9 आतंकियों को मार गिराया था जबकि आमिर अजमल कसाब को जिंदा पकड़ा गया था जिसे 2012 में फांसी दी गई थी। इस हमले में ताज होटल को करीब 400 करोड रुपए से ज्यादा का नुकसान हुआ था।

 इस अवसर पर विद्यालय के प्रधानाचार्य डॉ. एन.डी.सिंह ने भारतीय संविधान पर प्रकाश डालते हुए सभी शिक्षक–शिक्षिकाओं को शुभकामनाएं दीं तथा यह भी बताया कि आज ही के दिन डेयरी उद्योग में योगदान के कारण डॉ.वर्गीज कुरियन को भारत में श्वेत क्रांति का जनक माना जाता है जिनकी आज पूरे देश में 103 वीं जयंती मनाई जा रही है। तथा भारत में डेयरी उद्योग को गुजरात के एक छोटे खंडित क्षेत्र से,एक बड़े आत्मनिर्भर उद्योग में बदलने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। जो लाखों लोगों को रोजगार प्रदान कर रहा है और भारतीय अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण योगदान दे रहा है।चौथी पंचवर्षीय योजना के समय राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड द्वारा 1970 में ऑपरेशन फ्लड शुरू किया गया था। जिसे श्वेत क्रांति के नाम से भी जाना जाता है।

एक अन्य कार्यक्रम में विद्यालय के प्रधानाचार्य डॉ.एन.डी.सिंह ने गनपतसहाय स्नातकोत्तर महाविद्यालय के अंग्रेजी भाषा के सेवानिवृत एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. धर्मपाल सिंह के जीवन तथा उनकी शैक्षिक, साहित्यिक एवम् सामाजिक उपलब्धियों के विषय में विद्यार्थियों को अवगत कराते हुए कार्यक्रम का शुभारम्भ किया। डॉ.धर्मपाल सिंह ने कक्षा 12 के विद्यार्थियों से अंग्रेजी साहित्य तथा व्याकरण पर विस्तृत जानकारी प्रदान की। जिसमें उन्होंने बच्चों से व्याकरण सम्बन्धी प्रश्न पूछा तथा बच्चों ने भी बढ़ चढ़ कर एवं उत्साह पूर्वक प्रतिभाग किया। साथ ही साथ बच्चों को भविष्य में आने वाली प्रतियोगिताओं में अंग्रेजी भाषा का महत्व भी समझाया जिससे सभी बच्चे अत्यन्त प्रसन्न थे। कार्यक्रम के अन्त में उन्होंने सभी विद्यार्थियों को शुभकामनाएं एवम् उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हुए कार्यक्रम का समापन किया।

इस अवसर विद्यालय की उप प्रधानाचार्य तन्वी गोयल, कोऑर्डिनेटर रेनू सिंह,विश्वास मणि त्रिपाठी,सुनील राठी, नितिन जायसवाल,अस्मित गुप्ता,श्रीन अंसारी,अमरदीप कौर,नरेन्द्र पांडेय,आशीष कुमार शुक्ल,जया मिश्रा,शीलू गुप्ता,देवब्रत सिंह,सौरभ मिश्रा,सहित सभी शिक्षक एवम् शिक्षिकाएं उपस्थित रहे।

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